अटल पेंशन योजना: आपकी सेवानिवृत्ति के लिए सुरक्षा का एक सशक्त उपाय
अटल पेंशन योजना (Atal Pension Yojana, APY) भारतीय सरकार द्वारा शुरू की गई एक प्रमुख पेंशन योजना है, जिसका उद्देश्य गरीब और असंगठित क्षेत्र के कामकाजी लोगों को सेवानिवृत्ति के बाद एक सुरक्षित आय प्रदान करना है। इस योजना के तहत, 18 से 40 साल की उम्र के वे लोग जो आयकर दाता नहीं हैं, अपनी पेंशन के लिए नियमित रूप से योगदान कर सकते हैं।
अटल पेंशन योजना का लक्ष्य:
यह योजना खासतौर पर गरीब, अविकसित और असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों को लक्षित करती है। इसका उद्देश्य इन श्रमिकों को अपने सेवानिवृत्ति के लिए स्वैच्छिक रूप से बचत करने के लिए प्रोत्साहित करना है।
APY में योगदान और लाभ:
1. योगदान चार्ट: अटल पेंशन योजना के अंतर्गत विभिन्न योगदान राशि और लाभों का एक चार्ट उपलब्ध है। आप इसे यहाँ देख सकते हैं।
2. चार्जेस और फीस: योजना के तहत योगदान में देरी या गैर-भुगतान के लिए कुछ चार्जेस और फीस लागू होती हैं। इन चार्जेस का निर्धारण समय-समय पर PFRDA द्वारा किया जाता है।
3. शिकायत निवारण: यदि आपको किसी प्रकार की समस्या या शिकायत है, तो आप इस लिंक पर जाकर शिकायत दर्ज कर सकते हैं। यहां आपको एक टोकन नंबर प्राप्त होगा और आप अपनी शिकायत की स्थिति की जांच भी कर सकते हैं।
अटल पेंशन योजना के लाभ:
1. 60 वर्ष की आयु पर लाभ: जब एक सदस्य 60 वर्ष की आयु प्राप्त करता है, तो उसे निम्नलिखित लाभ मिलते हैं:
गारंटीड न्यूनतम पेंशन: हर सदस्य को 1000 रुपये, 2000 रुपये, 3000 रुपये, 4000 रुपये या 5000 रुपये प्रति माह की गारंटी दी जाती है।
पति/पत्नी को पेंशन: सदस्य की मृत्यु के बाद, उसकी पत्नी/पति को वही पेंशन राशि प्राप्त होगी।
नॉमिनी को पेंशन धनराशि का वापसी: सदस्य और उसकी पत्नी की मृत्यु के बाद, नॉमिनी को पेंशन धनराशि की वापसी की जाएगी।
2. कर लाभ: अटल पेंशन योजना में किए गए योगदान को राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (NPS) के तहत सेक्शन 80CCD(1) के तहत कर लाभ मिलता है।
स्वैच्छिक निकासी और मृत्यु से पहले के लाभ:
1. स्वैच्छिक निकासी: 60 वर्ष की आयु से पहले योजना छोड़ने पर, सदस्य को केवल अपने योगदान और अर्जित आय की वापसी होगी। लेकिन, अगर सदस्य ने 31 मार्च 2016 से पहले योजना जॉइन की थी और सरकारी सह-योगदान प्राप्त किया है, तो वह रकम वापिस नहीं मिलेगी।
2. मृत्यु के मामले में:
विकल्प 1: यदि सदस्य की मृत्यु 60 वर्ष से पहले हो जाती है, तो उसकी पत्नी/पति योजना में योगदान जारी रख सकते हैं और समान पेंशन राशि प्राप्त कर सकते हैं।
विकल्प 2: सभी जमा की गई पेंशन राशि पत्नी/पति या नॉमिनी को लौटा दी जाएगी।
योग्यता और पंजीकरण प्रक्रिया:
1. उम्र और योगदान अवधि:
योग्यता की उम्र: APY में शामिल होने के लिए न्यूनतम उम्र 18 वर्ष और अधिकतम 40 वर्ष है।
सेवानिवृत्ति की उम्र: पेंशन 60 वर्ष की आयु पर शुरू होती है।
2. आवेदन प्रक्रिया:
ऑनलाइन पंजीकरण:
नेट बैंकिंग से: अपने नेट बैंकिंग खाते में लॉग इन करें, APY खोजें, और फॉर्म भरें।
NSDL वेबसाइट:इस लिंक पर जाकर APY पंजीकरण करें, आवश्यक विवरण भरें, और KYC पूरा करें।
3. हेल्पलाइन नंबर:
टोल-फ्री हेल्पलाइन: APY योजना के लिए 1800-110-069 पर संपर्क करें।
निष्कर्ष:
अटल पेंशन योजना एक शक्तिशाली उपकरण है जो असंगठित क्षेत्र के कामकाजी लोगों को उनके वृद्धावस्था में एक स्थिर आय प्रदान करता है। यह योजना न केवल आपको सेवानिवृत्ति के बाद वित्तीय सुरक्षा प्रदान करती है, बल्कि आपकी पत्नी/पति और नॉमिनी को भी सुरक्षा प्रदान करती है। इसके लाभों और पंजीकरण प्रक्रिया के बारे में अधिक जानकारी के लिए आप NSDL की वेबसाइट पर जा सकते हैं।
प्रधानमंत्री आवास योजना – करोड़ों भारतीयों के लिए एक आशा की किरण
Pradhan Mantri Awas Yojana: Empowering Millions with Affordable Housing
भारत में हर व्यक्ति का सपना होता है कि उसका अपना एक घर हो, जहां वह अपने परिवार के साथ आराम से रह सके। इस सपने को साकार करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में एक बड़ी पहल की थी। प्रधानमंत्री आवास योजना (Pradhan Mantri Awas Yojana) का उद्देश्य है गरीबों और कमजोर वर्गों के लिए पक्के मकान उपलब्ध कराना, ताकि हर भारतीय को सम्मानजनक जीवन और अपना घर मिल सके।
प्रधानमंत्री आवास योजना दो भागों में विभाजित है: शहरी (PMAY-U) और ग्रामीण (PMAY-G)। शहरी योजना की शुरुआत 2015 में हुई थी और ग्रामीण योजना 2016 में लॉन्च की गई थी। इस योजना के तहत अब तक 4.21 करोड़ घरों को मंजूरी दी जा चुकी है, और जून 2024 में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने अतिरिक्त 3 करोड़ ग्रामीण और शहरी घरों के निर्माण में सहायता देने का फैसला किया।
योजना की विशेषताएं और लाभ
आवश्यक सुविधाएं: सभी मकानों में शौचालय, एलपीजी कनेक्शन, बिजली कनेक्शन और पानी के नल की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है, जो केंद्र और राज्य सरकार की अन्य योजनाओं के साथ मिलकर दी जाती हैं।
महिला सशक्तिकरण: इस योजना की सबसे अनोखी बात यह है कि मकान की मालकिन परिवार की महिला सदस्य होगी। इससे कमजोर आर्थिक वर्ग की महिलाओं को संपत्ति में मालिकाना हक और सशक्तिकरण मिलता है।
सस्टेनेबल निर्माण: योजना में पर्यावरण-संवेदनशील और आपदा-रोधी निर्माण विधियों का उपयोग किया जाता है। यह सुनिश्चित करता है कि ग्रामीण क्षेत्रों में बने घर न केवल किफायती हों बल्कि टिकाऊ और सुरक्षित भी हों।
रोजगार और प्रशिक्षण: योजना के तहत पूरे भारत में ग्रामीण मिस्त्रियों को प्रशिक्षित करने के लिए कार्यक्रम चलाए जाते हैं ताकि वे स्थानीय सामग्रियों का उपयोग कर उच्च गुणवत्ता वाले मकान बना सकें।
शहरी आवास योजना (Pradhan Mantri Awas Yojana – Urban)
प्रधानमंत्री आवास योजना – शहरी (PMAY-U) की शुरुआत 25 जून 2015 को हुई थी। इसका उद्देश्य शहरी गरीबों, निम्न आय वर्ग और मध्यम आय वर्ग के लोगों के लिए पक्के मकान उपलब्ध कराना है। इसमें विशेष ध्यान स्लम में रहने वाले लोगों को पक्का मकान देने पर दिया गया है।
प्रगति: 10 जून 2024 तक, PMAY-U के तहत 1.18 करोड़ मकानों को मंजूरी दी जा चुकी है, जिसमें से 1.14 करोड़ मकान निर्माण के लिए शुरू हो चुके हैं और 83.67 लाख मकान पूरे हो चुके हैं। PMAY-U ने अब तक कुल ₹1,99,652 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया है, जिसमें से ₹1,63,926 करोड़ रुपये जारी किए जा चुके हैं।
ग्रामीण आवास योजना (Pradhan Mantri Awas Yojana – Gramin)
प्रधानमंत्री आवास योजना – ग्रामीण (PMAY-G) का उद्देश्य समाज के सबसे गरीब वर्गों के लिए आवास उपलब्ध कराना है। लाभार्थियों का चयन एक तीन-स्तरीय प्रक्रिया के माध्यम से किया जाता है जिसमें सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना (SECC) 2011, ग्राम सभा की स्वीकृति, और निर्माण स्थलों की भू-टैगिंग शामिल है। इससे यह सुनिश्चित होता है कि सहायता वास्तव में सबसे ज़रूरतमंद लोगों तक पहुंचे।
प्रमुख प्रगति: 12 जून 2024 तक, PMAY-G के तहत 2.94 करोड़ मकानों को मंजूरी दी जा चुकी है और 2.62 करोड़ मकान पूरे हो चुके हैं। यह योजना विशेष रूप से महिलाओं और अल्पसंख्यक समुदायों के लिए संपत्ति में समान भागीदारी को प्रोत्साहित करती है। कुल मकानों में से 72.35% मकान महिलाओं और संयुक्त स्वामित्व के तहत हैं।
मुख्य लाभ
सस्ता और टिकाऊ आवास: इस योजना का उद्देश्य केवल आवास प्रदान करना नहीं है, बल्कि लोगों को सम्मान और आत्म-सम्मान भी देना है। घर के मालिक होने का गर्व हर लाभार्थी के जीवन को समृद्ध बनाता है।
महिला स्वामित्व: मकान की मालिक महिला होने की अनिवार्यता ने महिलाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाया है।
आर्थिक सुधार: मकानों के निर्माण ने रोजगार के अवसर भी बढ़ाए हैं, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बल मिला है।
आपदा-रोधी और पर्यावरण-संवेदनशील निर्माण: योजना के तहत हरियाली और आपदा-रोधी प्रथाओं को प्रोत्साहित किया गया है, जिससे ग्रामीण समुदाय प्राकृतिक आपदाओं के खिलाफ और मजबूत बन सके।
भविष्य की दिशा
प्रधानमंत्री आवास योजना ने अब तक अपनी उपलब्धियों से यह साबित कर दिया है कि यह योजना केवल एक नीतिगत पहल नहीं है, बल्कि एक क्रांतिकारी कदम है जो करोड़ों भारतीयों के जीवन में बदलाव लाने का वादा करती है। ‘Ease of Living’ की दिशा में यह योजना एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो रही है।
प्रधानमंत्री आवास योजना की सफलता एक नए भारत के निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह योजना केवल एक घर देने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह हर भारतीय को एक सम्मानजनक जीवन का अवसर देती है। इसका सकारात्मक प्रभाव केवल व्यक्तिगत जीवन तक सीमित नहीं है, बल्कि समाज के समग्र विकास में भी योगदान देता है।
प्रधानमंत्री आवास योजना का यह यात्रा अनवरत जारी है, और यह योजना आने वाले वर्षों में भी करोड़ों भारतीयों को उनके सपनों का घर देने की दिशा में अग्रसर रहेगी।
आयुष्मान भारत – राष्ट्रीय स्वास्थ्य संरक्षण मिशन: हर परिवार को मिले 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज
Comprehensive Coverage for 10 Crore Families
भारत में स्वास्थ्य क्षेत्र में एक नई क्रांति की शुरुआत हो चुकी है, जिसका नाम है आयुष्मान भारत – राष्ट्रीय स्वास्थ्य संरक्षण मिशन। इस योजना का उद्देश्य है गरीब और कमजोर परिवारों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करना और उनके इलाज की लागत को कम करना। इस मिशन के तहत 10 करोड़ से अधिक परिवारों को 5 लाख रुपये तक की वार्षिक कवर मिलेगी, जिससे लगभग 50 करोड़ लोगों को लाभ होगा।
आयुष्मान भारत – राष्ट्रीय स्वास्थ्य संरक्षण मिशन एक ऐसी योजना है, जो पहले से चल रही योजनाओं जैसे कि राष्ट्र्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना (RSBY) और वरिष्ठ नागरिक स्वास्थ्य बीमा योजना (SCHIS) को समाहित करती है। इसका मुख्य उद्देश्य गरीब और कमजोर वर्गों को उचित स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना है।
प्रमुख विशेषताएँ
कवर की राशि: इस योजना के तहत प्रति परिवार सालाना 5 लाख रुपये तक का स्वास्थ्य कवर मिलेगा। यह कवर अस्पताल में भर्ती होने की स्थिति में लागू होगा, चाहे वह सरकारी अस्पताल हो या निजी अस्पताल।
पोर्टेबिलिटी: योजना का लाभ पूरे देश में कहीं भी लिया जा सकता है। इससे यह सुनिश्चित होता है कि किसी भी स्थान पर इलाज के दौरान लाभार्थियों को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
अधिकारिता आधारित योजना: इस योजना के लाभार्थियों का चयन सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना (SECC) के आधार पर किया जाएगा। यह सुनिश्चित करता है कि असली जरूरतमंद लोगों को ही लाभ मिले।
खर्च नियंत्रण: इलाज की लागत को नियंत्रित करने के लिए, भुगतान पैकेज दर पर आधारित होगा, जिसे सरकार पहले से तय करेगी।
संघीय सहयोग: इस योजना की एक महत्वपूर्ण विशेषता राज्य सरकारों को सहयोग देना और लचीला कार्यान्वयन है। इसके लिए एक आयुष्मान भारत राष्ट्रीय स्वास्थ्य संरक्षण मिशन परिषद (AB-NHPMC) की स्थापना की जाएगी, जिसकी अध्यक्षता केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री करेंगे।
आईटी प्लेटफॉर्म: योजना के कार्यान्वयन के लिए एक मजबूत और मॉड्यूलर आईटी प्लेटफॉर्म तैयार किया जाएगा, जो कागज रहित और नकद रहित लेनदेन को सुनिश्चित करेगा।
कार्यान्वयन रणनीति
आयुष्मान भारत – राष्ट्रीय स्वास्थ्य संरक्षण मिशन के सफल कार्यान्वयन के लिए एक राष्ट्रीय एजेंसी Ayushman Bharat National Health Protection Mission Agency (AB-NHPMA) स्थापित की जाएगी। राज्यों को सलाह दी जाएगी कि वे एक विशेष प्राधिकृत इकाई जैसे कि State Health Agency (SHA) के माध्यम से इस योजना को लागू करें।
राज्य अपने अनुसार इस योजना को एक बीमा कंपनी के माध्यम से या सीधे एक ट्रस्टके माध्यम से लागू कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त, राज्यों को एक एकीकृत मॉडल भी अपनाने की स्वतंत्रता होगी।
महत्वपूर्ण प्रभाव
इस योजना के अंतर्गत, आयुष्मान भारत – राष्ट्रीय स्वास्थ्य संरक्षण मिशन कई महत्वपूर्ण प्रभाव डालने वाली है:
आर्थिक बोझ में कमी: इससे लगभग 40% आबादी को लाभ मिलेगा और इलाज की लागत में काफी कमी आएगी।
स्वास्थ्य सेवाओं की पहुँच: यह योजना सेकेंडरी और कई टर्शियरी अस्पतालाइजेशन को कवर करेगी, जिससे इलाज की पहुंच आसान होगी।
स्वास्थ्य परिणामों में सुधार: वित्तीय संसाधनों की कमी के कारण छिपी हुई स्वास्थ्य समस्याओं का समाधान होगा, जिससे समय पर इलाज और स्वास्थ्य परिणामों में सुधार होगा।
रोजगार सृजन: इस योजना के माध्यम से स्वास्थ्य क्षेत्र में नई नौकरियाँ पैदा होंगी, जिससे जीवन की गुणवत्ता में सुधार होगा।
खर्च और बजट
आयुष्मान भारत – राष्ट्रीय स्वास्थ्य संरक्षण मिशन के लिए प्रीमियम भुगतान का खर्च केंद्रीय और राज्य सरकारों द्वारा साझा किया जाएगा। खर्च का कुल आंकड़ा बाजार में निर्धारित प्रीमियम के आधार पर निर्भर करेगा।
लाभार्थियों की संख्या
इस योजना का उद्देश्य 10.74 करोड़ गरीब और कमजोर परिवारों को स्वास्थ्य कवर प्रदान करना है, जो कि सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना (SECC) डेटा के अनुसार है। यह योजना भविष्य में किसी भी परिवर्तन को ध्यान में रखेगी और अद्यतित रहेगी।
राज्यों और जिलों में कवरेज
आयुष्मान भारत – राष्ट्रीय स्वास्थ्य संरक्षण मिशन को पूरे देश के सभी राज्यों और जिलों में लागू किया जाएगा, जिससे सभी लक्षित लाभार्थियों को कवरेज मिल सके।
आयुष्मान भारत – राष्ट्रीय स्वास्थ्य संरक्षण मिशन एक सकारात्मक कदम है, जो स्वास्थ्य क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लाएगा और गरीब और कमजोर वर्गों के जीवन को बेहतर बनाएगा।
प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना: आपके और आपके परिवार के लिए एक सच्ची सुरक्षा कवच Pradhan Mantri Suraksha Bima Yojana: A True Shield for You and Your Family
प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना: एक नजर में सब कुछ
प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (PMSBY) एक सस्ती दुर्घटना बीमा योजना है जो दुर्घटना के कारण मृत्यु या विकलांगता के लिए कवरेज प्रदान करती है। इस योजना की शुरुआत सरकार द्वारा जन धन योजना के तहत की गई थी ताकि समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को सुरक्षा मिल सके।
क्या है प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना?
प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (PMSBY) एक सरकारी पहल है, जिसमें ₹20 प्रति वर्ष के मामूली प्रीमियम पर दुर्घटना बीमा कवरेज प्रदान किया जाता है। इस योजना के तहत बीमाधारक की मृत्यु या विकलांगता की स्थिति में ₹2 लाख तक का बीमा कवर मिलता है। प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना का उद्देश्य समाज के सभी वर्गों को सुलभ और सस्ती बीमा सेवा प्रदान करना है।
योजना का प्रीमियम और कवरेज अवधि
योजना का प्रीमियम केवल ₹20 प्रति सदस्य प्रति वर्ष है। यह प्रीमियम बैंक खाते से ऑटो-डेबिट के माध्यम से 1 जून को हर साल काटा जाता है। कवरेज की अवधि 1 जून से 31 मई तक होती है और इसे हर साल नवीनीकृत करना पड़ता है।
प्रीमियम डिडक्शन:
इस योजना के तहत, आपके बैंक खाते से ₹20 का प्रीमियम स्वतः ही कट जाता है। यह सुनिश्चित करता है कि बीमा कवरेज बिना किसी रुकावट के चालू रहे।
दुर्घटना बीमा कवर समाप्ति की स्थिति
यदि बीमाधारक की उम्र 70 वर्ष पूरी हो जाती है, तो इस योजना का बीमा कवर स्वतः समाप्त हो जाएगा। इसके अलावा, यदि बैंक खाते में पर्याप्त राशि नहीं है तो भी योजना निष्क्रिय हो सकती है।
कौन हो सकता है पात्र?
इस योजना के लिए योग्यता के अनुसार, 18 से 70 वर्ष की आयु के बीच का कोई भी व्यक्ति, जिसके पास बचत खाता है और जिसने ऑटो-डेबिट की सहमति दी है, वह इस योजना में शामिल हो सकता है।
आवेदन की प्रक्रिया
प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना में शामिल होने के लिए, निम्नलिखित चरणों का पालन करें:
चरण 1: PMSBY में ऑफलाइन नामांकन के लिए, आप अपने बैंक शाखा में जा सकते हैं जहां आपका बचत खाता है, या आधिकारिक साइट से फॉर्म डाउनलोड कर सकते हैं। चरण 2: डाउनलोड करने के बाद, फॉर्म को भरकर आवश्यक दस्तावेजों के साथ बैंक में जमा करें। चरण 3: सफलतापूर्वक जमा करने के बाद, सब्सक्राइबर को एक एकनॉलेजमेंट स्लिप कम बीमा प्रमाणपत्र मिलेगा।
ऑनलाइन सुविधा:
जो लोग ऑफलाइन प्रक्रिया से नहीं जुड़ सकते, वे अपने बैंक की नेट बैंकिंग सुविधा का उपयोग करके भी PMSBY के तहत बीमा कवर प्राप्त कर सकते हैं।
क्लेम कैसे करें?
बीमाधारक की मृत्यु होने पर, क्लेम को LIC के संबंधित पेंशन और ग्रुप स्कीम (P&GS) कार्यालय द्वारा निपटाया जाएगा। क्लेम प्रक्रिया:
बीमाधारक के नामांकित व्यक्ति को बीमाधारक के बैंक से संपर्क करना होगा।
नामांकित व्यक्ति को बीमाधारक का मृत्यु प्रमाणपत्र और क्लेम फॉर्म भरकर जमा करना होगा।
बैंक क्लेम फॉर्म की जांच करेगा और इसे LIC के डिज़ाइनटेड P&GS यूनिट को भेजेगा।
LIC की यूनिट द्वारा क्लेम फॉर्म की जांच कर, पूरी जानकारी के साथ क्लेम का निपटारा किया जाएगा।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
क्या PMSBY के तहत अस्पताल के खर्च की प्रतिपूर्ति का प्रावधान है?
PMSBY केवल दुर्घटना के कारण मृत्यु या विकलांगता के लिए बीमा कवर प्रदान करता है। अस्पताल के खर्च की प्रतिपूर्ति का प्रावधान नहीं है।
अगर बीमाधारक की मृत्यु हो जाती है, तो कौन क्लेम कर सकता है?
नामांकित व्यक्ति या कानूनी उत्तराधिकारी PMSBY के तहत बीमा क्लेम कर सकते हैं।
क्या दुर्घटनाओं की रिपोर्ट पुलिस को देना अनिवार्य है?
बीमा लाभ प्राप्त करने के लिए दुर्घटना की रिपोर्ट पुलिस को देना और FIR प्राप्त करना अनिवार्य है।
अगर बीमाधारक लापता हो जाए और मृत्यु की पुष्टि न हो, तो क्या कानूनी उत्तराधिकारियों को बीमा का लाभ मिलेगा?
इस स्थिति में, बीमा का लाभ तभी मिलेगा जब बीमाधारक की मृत्यु की कानूनी पुष्टि हो जाए।
योजना का महत्व और समापन विचार
प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (PMSBY) ने समाज के सभी वर्गों के लोगों को एक मजबूत सुरक्षा कवच प्रदान किया है। यह योजना विशेष रूप से उन परिवारों के लिए मददगार है जो किसी अनहोनी के कारण आर्थिक रूप से प्रभावित हो सकते हैं।
PMSBY एक महत्वपूर्ण पहल है जो आपके और आपके परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित करती है। इस योजना के माध्यम से, सरकार का उद्देश्य समाज के हर व्यक्ति तक सुरक्षा का कवच पहुंचाना है। इसलिए, आज ही जुड़ें और अपने भविष्य को सुरक्षित बनाएं!
सिर्फ ₹330 में जीवन सुरक्षा की गारंटी Guaranteed Life Protection for Just ₹330 Pradhan Mantri Jeevan Jyoti Bima Yojana: Secure Your Family with Just ₹330
प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (PMJJBY) एक ऐसी सरकारी बीमा योजना है जो केवल ₹330 के नाममात्र प्रीमियम में ₹2 लाख की जीवन सुरक्षा कवच प्रदान करती है। 2015 के बजट में घोषित इस योजना का उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को वित्तीय सुरक्षा प्रदान करना है। यह योजना हर साल नवीनीकरण योग्य है और पॉलिसीधारक की अचानक मृत्यु के मामले में वित्तीय सहायता देती है। इस योजना के तहत जीवन बीमा कंपनी लाइफ इंश्योरेंस कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (LIC) और अन्य निजी बीमा कंपनियों द्वारा यह बीमा योजना बैंकों के सहयोग से प्रदान की जाती है।
PMJJBY के लिए कौन पात्र है?
18 से 50 वर्ष की आयु के बीच का कोई भी व्यक्ति जिसके पास एक बचत बैंक खाता है, इस योजना के लिए पात्र है।
केवल एक बैंक खाता: व्यक्ति केवल एक बैंक खाते के माध्यम से ही इस योजना से जुड़ सकता है, भले ही उसके पास कई बैंक खाते हों।
संयुक्त खाता धारक: संयुक्त खाता धारक भी इस योजना से जुड़ सकते हैं।
आधार लिंकिंग: बचत खाता से आधार कार्ड का लिंक होना अनिवार्य है।
प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना के लाभ
इस योजना के तहत पॉलिसीधारक की अचानक मृत्यु की स्थिति में लाभार्थी को ₹2 लाख का जीवन कवच प्रदान किया जाता है। यह योजना सिर्फ मृत्यु के मामले में लाभ प्रदान करती है; परिपक्वता या पॉलिसी सरेंडर पर कोई लाभ नहीं मिलता।
प्रीमियम कर छूट: इस योजना के तहत दिया जाने वाला प्रीमियम आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत कर लाभ के लिए पात्र है।
प्रीमियम राशि क्या होगी?
प्रीमियम राशि प्रति व्यक्ति प्रति वर्ष ₹330 है। इसका ब्रेकअप निम्नलिखित है:
बीमा कंपनी को भुगतान: ₹289 प्रति वर्ष प्रति सदस्य
बैंक/एजेंट के खर्च की प्रतिपूर्ति: ₹30 प्रति वर्ष प्रति सदस्य
भागीदार बैंक को प्रशासनिक लागत की प्रतिपूर्ति: ₹11 प्रति वर्ष प्रति सदस्य
इस योजना के तहत कवरेज क्या है?
इस योजना के तहत, पॉलिसीधारक की मृत्यु की स्थिति में उनके नामांकित व्यक्ति को ₹2 लाख की राशि का जीवन बीमा प्रदान किया जाता है।
कवरेज अवधि क्या है?
यह योजना एक वर्ष की अवधि के लिए लागू होती है। प्रारंभिक नामांकन अवधि 31 अगस्त 2015 से 30 नवंबर 2015 थी। वर्तमान अवधि 1 जून से 31 मई तक है और यह हर साल नवीनीकरण योग्य होती है।
इस योजना से कैसे जुड़ें?
इस योजना में शामिल होने के लिए, व्यक्ति को उस बैंक से संपर्क करना होगा जिसमें उसका बचत खाता है। योजना का प्रबंधन LIC और अन्य निजी जीवन बीमा कंपनियों के माध्यम से किया जाता है। नामांकन के लिए व्यक्ति को सालाना प्रीमियम की पूरी राशि का भुगतान करना होगा। जो लोग पहले योजना से बाहर हो चुके हैं, वे भी वार्षिक प्रीमियम का भुगतान करके फिर से जुड़ सकते हैं।
पॉलिसीधारक की मृत्यु के मामले में, क्लेम का निपटारा संबंधित पेंशन और ग्रुप योजना (P&GS) कार्यालय/यूनिट ऑफ LIC द्वारा किया जाएगा। क्लेम प्रक्रिया निम्नलिखित है:
बैंक से संपर्क करें: पॉलिसी के नामांकित व्यक्ति को पॉलिसीधारक के बैंक से संपर्क करना होगा जो PMJJBY योजना से जुड़ा हुआ है।
मृत्यु प्रमाणपत्र की आवश्यकता: नामांकित व्यक्ति के पास पॉलिसीधारक का मृत्यु प्रमाणपत्र होना चाहिए।
क्लेम फॉर्म और डिस्चार्ज रसीद: नामांकित व्यक्ति को क्लेम फॉर्म और डिस्चार्ज रसीद एकत्र करनी होगी। इसे बैंक से या LIC, बैंक या वित्त मंत्रालय के जनसुरक्षा पोर्टल की वेबसाइट से डाउनलोड किया जा सकता है।
दस्तावेज़ जमा करें: नामांकित व्यक्ति को क्लेम फॉर्म, डिस्चार्ज रसीद, मृत्यु प्रमाणपत्र और नामांकित व्यक्ति के बैंक खाते की रद्द की गई चेक की फोटोकॉपी (यदि उपलब्ध हो) या पॉलिसीधारक के बैंक खाते का विवरण जमा करना होगा जो PMJJBY योजना से जुड़ा है।
क्लेम की प्रक्रिया
बैंक द्वारा:
क्लेम प्राप्त करने पर, बैंक अधिकारी यह जांच करेंगे कि पॉलिसी सक्रिय है या नहीं।
बैंक इस बात की जांच करेगा कि कवर के लिए प्रीमियम वार्षिक नवीनीकरण तिथि (1 जून) से पहले काटा गया था या नहीं।
यदि पॉलिसी सक्रिय है, तो बैंक नामांकित व्यक्ति की जानकारी और क्लेम फॉर्म की प्रासंगिक कॉलम भरेगा।
बैंक को निम्नलिखित दस्तावेज़ LIC के निर्दिष्ट P&GS कार्यालय को भेजने होंगे:
भरा हुआ क्लेम फॉर्म
मृत्यु प्रमाणपत्र
डिस्चार्ज रसीद
नामांकित व्यक्ति के रद्द किए गए चेक की फोटोकॉपी (यदि उपलब्ध हो)
क्लेम फॉर्म और संलग्न दस्तावेजों की जांच करें और पूर्णता सुनिश्चित करें। यदि नहीं, तो संबंधित बैंक से संपर्क करें।
इसके बाद, P&GS यूनिट यह सुनिश्चित करेगा कि सदस्य का कवरेज लागू है और किसी अन्य खाते के माध्यम से कोई मृत्यु क्लेम निपटारा नहीं हुआ है। यदि पहले कोई क्लेम निपटारा हुआ है, तो नामांकित व्यक्ति को सूचित किया जाएगा और एक प्रति बैंक को भेजी जाएगी।
यदि यह एकमात्र क्लेम निपटारा है, तो राशि नामांकित व्यक्ति के बैंक खाते/पॉलिसीधारक के खाते में जारी कर दी जाएगी और एक प्रति नामांकित व्यक्ति और बैंक को भेजी जाएगी।
बीमा कंपनी के पास क्लेम के निपटान के लिए बैंक से क्लेम प्राप्त करने की तारीख से 30 दिन का समय होता है।
प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना ने अब तक करोड़ों लोगों को वित्तीय सुरक्षा प्रदान की है। यह योजना न केवल सस्ती है बल्कि किसी भी अप्रत्याशित परिस्थिति में परिवार के लिए आर्थिक सहायता भी सुनिश्चित करती है। यदि आप अभी तक इस योजना से नहीं जुड़े हैं, तो आज ही अपने नजदीकी बैंक जाकर जुड़ें और अपने परिवार को सुरक्षा का guaranteed कवच प्रदान करें।
आपका बैंक खाता, आपका अधिकार Your Bank Account, Your Right
प्रधानमंत्री जन धन योजना (PMJDY) ने भारत में वित्तीय समावेशन के क्षेत्र में क्रांति ला दी है। 28 अगस्त, 2014 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई इस योजना ने 2024 में अपने 10 साल पूरे कर लिए हैं। प्रधानमंत्री जन धन योजना के उद्देश्य और इसके लाभों के बारे में जानना आपके लिए बेहद ज़रूरी है। चलिए जानते हैं कैसे यह योजना सिर्फ एक बैंक खाता खोलने से कहीं अधिक है।
Pradhan Mantri Jan Dhan Yojana
एक सुनहरा सफर: जन धन योजना के 10 साल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त, 2014 को लाल किले की प्राचीर से देश के सामने इस योजना की घोषणा की थी। प्रधानमंत्री जन धन योजना का मुख्य उद्देश्य देश के सभी नागरिकों, विशेषकर गरीब और पिछड़े वर्ग के लोगों को बैंकिंग सेवाओं से जोड़ना था। यह योजना अब तक की सबसे बड़ी वित्तीय समावेशन पहल मानी जाती है। इस योजना के तहत, एक बेसिक सेविंग्स बैंक खाता खोला जाता है जो कि न्यूनतम बैलेंस की बाध्यता से मुक्त होता है।
क्या है प्रधानमंत्री जन धन योजना?
प्रधानमंत्री जन धन योजना (PMJDY) राष्ट्रीय वित्तीय समावेशन मिशन का हिस्सा है। इसका उद्देश्य देश के हर नागरिक को बैंकिंग सुविधाएं प्रदान करना है। इसमें बचत और जमा खाते, प्रेषण, ऋण, बीमा, और पेंशन जैसी सेवाएं शामिल हैं।
बेसिक सेविंग्स बैंक खाता: हर अव्यक्तिकृत व्यक्ति के लिए एक बेसिक सेविंग्स बैंक खाता खोला जाता है। यह खाता बिजनेस करेस्पोंडेंट्स (बैंक मित्र) के जरिए भी खोला जा सकता है।
शून्य बैलेंस: इन खातों में न्यूनतम बैलेंस की जरूरत नहीं होती, जिससे गरीब तबके के लोग भी आसानी से इसका लाभ उठा सकते हैं।
रुपे डेबिट कार्ड: खाताधारकों को रुपे डेबिट कार्ड भी प्रदान किया जाता है, जिससे वे कहीं भी नकद रहित लेन-देन कर सकते हैं।
बीमा कवर: योजना के तहत खाताधारकों को ₹1 लाख (और 28 अगस्त, 2018 के बाद खोले गए नए खातों के लिए ₹2 लाख) का दुर्घटना बीमा कवर भी मिलता है।
ओवरड्राफ्ट सुविधा: पात्र खाताधारकों को ₹10,000 तक की ओवरड्राफ्ट सुविधा दी जाती है, जिससे वे इमरजेंसी स्थिति में इस पैसे का उपयोग कर सकते हैं।
प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (DBT): PMJDY खाते प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (DBT) के लिए भी योग्य होते हैं, जिससे सरकारी सब्सिडी और अन्य लाभ सीधे खातों में आते हैं।
वित्तीय समावेशन की दिशा में एक बड़ी छलांग
इस योजना ने देश के ग्रामीण और दूर-दराज के इलाकों में बैंकिंग सेवाओं को लोगों तक पहुंचाया है। पहले जहां ग्रामीण लोगों को बैंकिंग सेवाओं के लिए लंबा सफर तय करना पड़ता था, वहीं अब बैंक मित्रों की मदद से वे अपने गांव में ही बैंकिंग सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं। यह एक transformative कदम है जिसने करोड़ों लोगों की जिंदगी में आर्थिक स्थिरता लाई है।
महिलाओं के लिए विशेष रूप से लाभकारी
प्रधानमंत्री जन धन योजना के तहत विशेष रूप से महिलाओं को सशक्त बनाने के उद्देश्य से कई लाभ दिए जा रहे हैं। महिलाओं के नाम पर खोले गए खातों में शून्य बैलेंस की सुविधा, बीमा और ओवरड्राफ्ट सुविधा जैसी सुविधाएं शामिल हैं। इससे महिलाओं की वित्तीय स्थिति में सुधार हुआ है और वे आत्मनिर्भर बन रही हैं।
सकारात्मक परिणाम और आगे की राह
प्रधानमंत्री जन धन योजना के परिणाम unbelievable हैं। आज, जब हम #10YearsOfJanDhan मना रहे हैं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने LinkedIn पर एक पोस्ट साझा की, जिसमें इस पहल के transformative outcomes पर प्रकाश डाला गया। उन्होंने कहा, “जन धन योजना गरिमा, सशक्तिकरण और अवसर की बात है।”
हालांकि, योजना ने कई मील के पत्थर हासिल किए हैं, फिर भी कुछ चुनौतियां बरकरार हैं। कुछ खाते अभी भी निष्क्रिय हैं, और तकनीकी समस्याएं भी सामने आ रही हैं। इन चुनौतियों से निपटने के लिए सरकार को लगातार प्रयासरत रहना होगा।
आर्थिक सुधार और विकास की ओर बढ़ते कदम
प्रधानमंत्री जन धन योजना के माध्यम से भारत सरकार का उद्देश्य है कि देश का हर नागरिक वित्तीय रूप से सशक्त बने। वित्तीय समावेशन की दिशा में यह पहल देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान कर रही है। आने वाले वर्षों में इसके और भी बेहतर परिणाम देखने को मिल सकते हैं।
इस योजना का यह दस साल का सफर एक सशक्त भारत की दिशा में एक revolutionary कदम साबित हुआ है। अगर आपने अभी तक इस योजना का लाभ नहीं उठाया है, तो आज ही नजदीकी बैंक जाकर अपना जन धन खाता खुलवाएं और इस financial revolution का हिस्सा बनें।
जानिए कैसे खुलवाएं जन धन खाता
प्रधानमंत्री जन धन योजना के तहत खाता खुलवाना बेहद सरल है। आपको केवल अपने नजदीकी बैंक शाखा में जाना है और आवश्यक दस्तावेज जैसे आधार कार्ड और पैन कार्ड जमा करने हैं। इसके बाद, आपका खाता तुरंत खुल जाएगा और आप इस योजना के सभी लाभों का फायदा उठा सकते हैं। यहां क्लिक करें और जानें कैसे आप अपने लिए एक जन धन खाता खुलवा सकते हैं।
प्रधानमंत्री जन धन योजना ने न केवल वित्तीय समावेशन को बढ़ावा दिया है बल्कि देश की अर्थव्यवस्था को भी सशक्त बनाया है। इसके लाभों को समझें और इस क्रांतिकारी योजना का हिस्सा बनें।
“Mukhyamantri Ladali Bahin Yojana” महाराष्ट्र सरकारने सुरू केली मुख्यमंत्री लाड़ली बहिन योजना, दरमहा मिळवा रुपये 1500 “
Recently Maharashtra Government has announced a scheme for women empowerment,
WHAT IS BENEFIT? जाणून घ्या काय आहे फायदे ?
-All eligible women will get Rs 1500 monthly in their respective bank account, आवश्यक कागदपत्रांची पूर्तता केल्यास स्त्रियाना मिळतील दरमहा रुपये 1500 थेट, बँक अकाऊंट मध्ये
Which documents required ? आवश्यक कागद पत्रांची यादी
1. अर्जदाराचे हमीपत्र (घोषणापत्र )
2. पिवळे किवा केशरी राशन कार्ड / उत्पन्नाचा दाखला
3. अधिवास प्रमाणपत्र / जन्म प्रमाणपत्र /शाळा सोडल्याचा दाखला
4. आधार कार्ड
5. बँक पासबूक
6. महिलेचा जन्म परराज्यातील असल्यास पतीचे कागदपत्रे
7. अर्जदारचा फोटो
HOW TO APPLY? अर्ज कसा करावा ?
मुख्यमंत्री लाड़ली बहिन योजनेचा अर्ज करण्यासाठी खालील प्रमाणे कृति करावी FOLLOW the given instructions
1. मोबाईल मध्ये प्ले स्टोर वर जाऊन नारीशक्ति दूत (narishakti doot ) हे app डाउनलोड करावे download Narishakti doot app from play store
2. आवश्यक ती माहिती भरल्यानंतर दिलेल्या सूचनाचे पालन करावे fill the information properly
3. नंतर मुख्यमंत्री लाड़ली बहिन योजनेवर क्लिक करून आवश्यक ती माहिती भरावी Click on Mukyamantri Ladli Bahin Yojana
4. जोड़वयाचे दस्तावेज 1 mb to 5mb पेक्षा जास्त नसावे Documents should not be more than 1mb to 5mb
5. फार्म सबमिट केल्यावर दिलेल्या मोबाईल नंबर वर फार्म संबंधी सूचना sms द्वारे देण्यात येते , after submission the form applicant get notification on given registered mobile number
WHERE CAN FIND HAMIPATRA ? हमीपत्र कशे मिळवावे ?
खालील दस्तावेज शोधा Find the document below and take printout tick on application options and sign before submit
7 Easy Steps to Make Ayushyaman Card 2024 online आयुष्यमान कार्ड कैसे बनाए ? A to Z process
आजकल आयुष्मान कार्ड एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है जो भारतीय स्वास्थ्य सेवाओं के लिए उपलब्धि की गारंटी देता है। अगर आप भी इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं, तो निम्नलिखित निर्देशों का पालन करके आसानी से आयुष्मान कार्ड बनवा सकते हैं:
7 Easy Steps to Make Ayushyaman Card 2024 online आयुष्यमान कार्ड कैसे बनाए ? A to Z process
यदि आप भारत के नागरिक है और आयुष्यमान कार्ड बनवाना चाहते है तो इस लेख मे आपको पूरी जानकारी विस्तार से दी जा रही है, इस जानकारी को पढ़कर आप ये जान पाएंगे की किस तरह आप घर बैठकर अपना आयुष्यमान कार्ड बडी आसानी से बना सकते है, एक बार आपका आयुष्यमान कार्ड बन जाने पर (आभा नंबर मिल जाने पर) आप सभी सुविधाओ का लाभ जरूरत होने पर बड़ी आसानी से उठा सकेंगे
आयुष्यमान भारत योजना एक स्वास्थ बीमा योजना है जिसके तहत भारत के सभी नागरिक, देश के पंजीकृत अस्पतालों मे अपना 5 लाख रुपये तक का इलाज मुफ़्त करवा सकते है , जैसा की हम सब जानते है आज के समय मे कई लोग जटिल बीमारियों से ग्रसित हो जाते है, जिसमे इलाज का खर्च करना बहुत मुश्किल हो जाता है, यहा तक की लोगों को इलाज के लिए कर्ज तक लेना पडता है, इसी परेशानी को जानकर भारत सरकार ने समाज के हर वर्ग के लिए आयुष्यमान कार्ड की योजना सन 2018 मे शुरू की है
देश के ज्यादातर परिवार जो आर्थिक रूप से कमजोर है या आरक्षित वर्ग के हैं, उन्हें आयुष्मान भारत योजना के तहत रुपये 5 लाख तक का स्वास्थ्य बीमा प्रदान किया गया है । अब यदि कोई व्यक्ति या उसके परिवार का सदस्य बीमार पड़ जाता है और तो उसे उपचार के लिए किसी भी तरह से परेशान होने की आवश्यकता नहीं है, वह व्यक्ति आयुष्मान भारत योजना के तहत रुपये 5 लाख तक का उपचार सरकार द्वारा चुनिंदा अस्पतालों मे फ्री में करवा सकता हैं।
7 Easy Steps to Make Ayushyaman Card 2024 online आयुष्यमान कार्ड कैसे बनाए ? A to Z process
क्या है शर्त ?
इस सुविधा का लाभ पाने के लिए उस व्यक्तिका नाम आयुष्मान भारत योजना के सूची में होना आवश्यक है। यदि उसका लाभार्थी सूचीमें नाम नही है तो उसे किसी भी तरह की आर्थिक सहायता नही मिलेगी। और वह व्यक्ति भारत देश में स्थित किसी भी तरह के अस्पताल में अपना उपचार फ्री में नही करवा सकता सकेगा । भारत सरकार ने इसके लिए अस्पतालों की एक सूची जारी की हुई है, जिसमे निजी व सरकारी दोनों तरह के अस्पताल आते हैं। तो आइए एक सरल तरीके से सूची मे अपना पंजीकरण कराकर आप भी आयुष्मान भारत योजना का लाभ उठा सकते हैं।
यदि आपका नाम पहले से ही सूची में है तो आपको भारत सरकार के आयुष्मान भारत पोर्टल पर जाकर आयुष्यमान कार्ड डाउनलोड करना होगा, ताकि आपको भविष्य मे किसी भी तरह की कोई तकलीफ न हो । कार्ड मे आपकी सब जानकारी लिखी हुई होगी और इस योजना के बारे में भी संक्षेप में जानकारी दी गयी होगी। आपका एक पंजीकरण नंबर होगा जिसके तहत आपको आयुष्मान भारत योजना का लाभ बिना किसी दिक्कत के मिलेगा। यही कार्ड आयुष्मान कार्ड है।
7 Easy Steps to Make Ayushyaman Card 2024 online आयुष्यमान कार्ड कैसे बनाए ? A to Z process
किसे मिलेगा कार्ड ?
यदि आप इस देश के आरक्षित वर्ग में आते हैं तो आप अपने आप ही आयुष्मान भारत योजना का लाभ उठा सकते हैं। यदि आप सामान्य वर्ग से आते हैं तो शायद ही आपको इस योजना का लाभ मिल पाए। वही यदि आप OBS, SC, ST वर्ग से आते हैं तो आपको अपने आप ही आयुष्मान भारत योजना का लाभ मिल जाएगा। यदि आप सामान्य वर्ग से है तो भी आपको निराश होने की कोई आवश्यकता नही है। क्योंकि जो लोग सामान्य वर्ग के हैं और उनकी आय कम है तो वे भी इस योजना का लाभ उठा सकते हैं। एक बार आपको website पर जाकर अपना आधार कार्ड डालकर चेक करना होगा
**पात्रता की जांच करें:** किसे मिलेगा आयुष्यमान online कार्ड ?
भारत का नागरिक होना जरूरी है।
आपके पास आधार कार्ड या ड्राइविंग लाइसेन्स होना जरूरी है
मोबाईल नंबर आधार से लिंक होना चाहिए अगर नहीं है तो आयुष्यमान कार्ड स्वास्थ सेंटर पर जाकर कराना होगा
आपका ईमेल आईडी होना चाहिए
**आवेदन पत्र कैसे भरें:**
अगर आप पात्र हैं, तो आपको आयुष्मान भारत योजना का आवेदन पत्र भरना होगा। आप इसे इंटरनेट के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं या आवेदन फ़ॉर्म केंद्र से प्राप्त कर सकते हैं । आवेदन पत्र में आपको अपनी व्यक्तिगत जानकारी, परिवार के सदस्यों की जानकारी और आय के संपत्ति के बारे में विवरण प्रदान करना होगा। आवेदन करने के लिए इस लिंक पर क्लिक करे उससे पहले पूरी जानकारी पढ़ लेhttps://abdm.gov.in/
Create ABHA Number पर क्लिक करे
यदि आप आधार पर क्लिक करते है तो आपको ओटीपी मांगा जाएगा और ईमेल को verify करना होगा
फिर तुरंत आपका ABHA NUMBER (Ayushyaman Bharat Health Account) मिल जाएगा जो की आपका आयुष्यमान कार्ड है, आप इस pdf फाइल को सेव करे और कलर प्रिन्ट निकाल ले
7 Easy Steps to Make Ayushyaman Card 2024 online आयुष्यमान कार्ड कैसे बनाए ? A to Z process
जो व्यक्ति online कार्ड बनवा नहीं पाए है वो नीचे दी गई जानकारी से अपना कार्ड बनवा सकते है
**दस्तावेज़ जमा करें:**
आवेदन पत्र के साथ आपको आवश्यक दस्तावेजों की जमा करनी होगी, जैसे कि पहचान प्रमाण पत्र (आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेन्स), आय प्रमाण पत्र, और आवासीय प्रमाण पत्र।
**आयुष्मान केंद्र में जाएं:**
आपके आवेदन को सही तरीके से प्रस्तुत करने के बाद, आपको अपने निकटतम आयुष्मान केंद्र में जाना होगा। वहां, आपके द्वारा जमा किए गए दस्तावेज़ों की जांच की जाएगी और फिर आपको आयुष्मान कार्ड जारी किया जाएगा।
**कार्ड का लाभ उठाएं:**
जैसे ही आपका आयुष्मान कार्ड जारी हो जाता है, आप इसका लाभ उठा सकते हैं। इसके जरिए आप अपने और अपने परिवार के स्वास्थ्य सेवाओं का इलाज करवा सकते हैं बिना किसी वित्तीय बोझ के।
इस प्रकार, आप आसानी से आयुष्मान कार्ड बनवा सकते हैं और सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं। यदि आपके पास कोई पूछने या संदेह हो, तो आप अपने निकटतम आयुष्मान केंद्र में संपर्क कर सकते हैं।”
7 Easy Steps to Make Ayushyaman Card 2024 online आयुष्यमान कार्ड कैसे बनाए ? A to Z process
Step 1 – open link given obove
Step 2 – Click on Create ABHA Number with ADHAR CARD
Step 3 – Enter Mobile Number and Submit OTP
Step 4 – Submit Valid Email ID
Step 5 – Verify Email Address
Step 6 – Solve Code Question to Verify
Step 7 – Select and Click on ABHA address and click on submit
Your Ayushyaman Card is ready now download and get a print
FAQ
Q1- What is Ayushyaman Bharat health Scheme?
Ans- Its A government of India Healthcare scheme provide for Citizens of India only upto Rs 5 Lakhs Benefit as a health insurance
Q2- What is ABHA number
Ans- Its a Ayushyaman Bharat Healthcare Account number
Q3-क्या आधार कार्ड न होने पर आयुष्यमान कार्ड बन सकता है ?
Ans – बन सकता है पर वह एक जटिल क्रिया है इसलिए बेहतर होगा की पहले आप आधार कार्ड बनवा ले जो भारत सरकार द्वारा जारी किया एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है
Q4- क्या पुरे परिवार का आयुष्यमान कार्ड बन सकता है ?
Ans-हा सबके आधार कार्ड होने पर पुरे परिवार के आयुष्यमान कार्ड बन सकते है
अब रूफटॉप सोलर से पाए Free Electricity, कैसे ले PM-Surya GHAR MUFT Bijli YOJANA (प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ़्त बिजली योजना)2024 जिसके लिए आप पा सकते है रुपये 78000/- तक की सब्सिडी,
भारत के माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही मे रूफटॉप सोलर के लिए राष्ट्रीय पोर्टल लॉन्च किया। इस अवसर पर केन्द्रीय विद्युत और एनआरआई मंत्री श्री आर के सिंह और विद्युत और भारी उद्योग राज्यमंत्री श्रीकृष्णपाल गुर्जर भी उपस्थित थे। श्री भगवंत खुबा राज्यमंत्री एमएनआरई वर्चुअली शामिल हुए। यह भारत का एक महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट है जो सभी वर्ग के लोगों को सीधे फायदा देने वाला है
क्या है फायदे ? Free Electricity कैसे ले PM-Surya GHAR MUFT Bijli YOJANA (प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ़्त बिजली योजना)
जैसे हम आधुनिकता की और बढ रहे है वैसे हमारे जीवन जीने की शैली मे ऊर्जा का उपयोग बढते जा रहा है, आज हम सभी के घरों मे बिजली की लागत बढाने वाले उपकरण बढते जा रहे है,
भारत सरकार भी इन विषयों को लेकर गंभीर है और इसिलिए लेकर आए है यह एक अनोखी योजना, जिसका नाम है प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ़्त बिजली योजना,
जैसा की हम सब सोलर ऊर्जा के बारे मे जानते ही है, जिसे सौर ऊर्जा भी कहा जाता है,
सौर ऊर्जा आज का एक प्रमुख ऊर्जा स्रोत बन गई है जो पर्यावरण के साथ-साथ आर्थिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। सूर्य की किरणों का उपयोग करके सौर ऊर्जा को उत्पन्न किया जाता है और इसका उपयोग गर्मी और बिजली के लिए किया जाता है। यह विशेष रूप से विद्युत ऊर्जा की कमी को पूरा करने में मदद करता है और पर्यावरण को प्रदूषण मुक्त रखने में भी सहायक होता है। इससे न केवल ऊर्जा संकट का समाधान होता है, बल्कि यह लोगों के जीवन में भी सकारात्मकपरिवर्तन लाता है और उन्हें स्वच्छ ऊर्जा का स्रोत प्राप्त करने का मौका देता है।
सौर ऊर्जा के उत्पादन के लिए जरूरत होती है सौर पैनल की
जानते है सौर पैनल (Solar Panel) क्या होता है ?
सौर पैनल (Solar Panel) एक उपकरण है जो सूर्य की किरणों को बिजली में रूपांतरित करता है। यह पैनल बहुत से छोटे-छोटे सौर सेलों से बना होता है, जो सूर्य के प्रकाश को धारक करते हैं और उसे बिजली में बदलते हैं। ये पैनल विभिन्न आकार और क्षमता में उपलब्ध होते हैं और उन्हें घरों, कारखानों, और वाणिज्यिक स्थानों पर उपयोग किया जा सकता है। यह अधिकतर ऊर्जा संचय करने और पर्यावरण के लिए अधिक शुद्ध एवं संवेदनशील विकल्प होता है।
Free Electricity कैसे ले PM-Surya GHAR MUFT Bijli YOJANA प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ़्त बिजली योजना क्या है?
हम आपको बताएंगे पूरी जानकारी, PM-SURYA GHAR MUFT BIJLI YOJANA प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ़्त बिजली योजना के पंजीकरण हेतु आपको भारत सरकार के पंजीकरन Link पर जाना होगा (Link नीचे दिया है) और नीचे दिए गए पाच चरण मे Process Follow कर आप भी बन सकते है इस योजना के लाभार्थी,
इन पाच आसान चरणों मे होगा पंजीकरण
चरण 1 – अपने राज्य और बिजली वितरण कंपनी का चयन करें, अपना बिजली उपभोक्ता नंबर, मोबाइल नंबर और ईमेल दर्ज करें
चरण 2 – उपभोक्ता संख्या और मोबाइल नंबर के साथ लॉगिन करें, फॉर्म के अनुसार रूफटॉप सोलर के लिए अप्लाई करें
चरण 3 – एक बार जब आप व्यवहार्यता अनुमोदन प्राप्त कर लेते हैं, तो अपने डिस्कॉम में किसी भी पंजीकृत विक्रेता द्वारा संयंत्र स्थापित करें
Step 4 – एक बार स्थापना पूरी हो जाने के बाद, संयंत्र का विवरण जमा करें और नेट मीटर के लिए आवेदन करें
चरण 5 – नेट मीटर लगाने और डिस्कॉम द्वारा निरीक्षण के बाद पोर्टल से कमीशनिंग प्रमाणपत्र तैयार किया जाएगा।
एक बार जब आप कमीशनिंग रिपोर्ट प्राप्त करते हैं। पोर्टल के माध्यम से बैंक खाते का विवरण और रद्द चेक जमा करें। आपको 30 दिनों के भीतर अपने बैंक खाते में अपनी सब्सिडी प्राप्त होगी।
PM-SURYA GHAR योजना पंजीकरण कहा कराए?
यह पूर्णता सरकारी योजना है और इस योजना का पंजीकरण करने के लिए भारत सरकार ने एक विशिष्ट पोर्टल लॉन्च किया है जिसका पूरी तरह से नियंत्रण भारत सरकार के अधिकार मे है, अधिक जानकारी के लिए यहा क्लिक करे, क्लिक करने से पहले पूरी जानकारी पढ ले |
Que 2 – What is PM-Surya GHAR MUFT Bijli YOJANA प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ़्त बिजली योजना?
Ans :- The government gives subsidy to install solar panels for electricity generation in its house, for which registration has to be done on the government portal